उत्तराखण्ड

ऋषिकेश: स्कूल की दीवार गिरने से की मौत; दो घायल

ऋषिकेश के पुष्कर मंदिर मार्ग स्थित राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय की दीवार अचानक गिर गई। इसके चपेट में आने से जहां एक छात्र की मौत हो गई, वही एक वृद्ध महिला सहित दो लोग घायल हो गए। आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में इलाज के बाद घायलों को राजकीय चिकित्सालय से एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने देर रात मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली। वहीं जिलाधिकारी ने इस हादसे के बाद मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं।

पुष्कर मंदिर मार्ग और देहरादून मार्ग कोतवाली के सामने राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्थित है। इस विद्यालय में प्राथमिक विद्यालय के साथ पूर्व माध्यमिक विद्यालय का भी संचालन होता है। परिसर में ही सर्व शिक्षा अभियान के तहत आवासीय विद्यालय भी संचालित होता है।

बीती शाम करीब सवा छह बजे पुष्कर मंदिर मार्ग से लगी विद्यालय की करीब 40 मीटर लंबी और 15 फीट ऊंची दीवार अचानक सड़क की तरफ गिर गई। उस वक्त वहां से तीन लोग गुजर रहे थे। दीवार का मलबा सीधे इनके ऊपर ही आकर गिरा। इसमें एक बाइक भी मलबे में दब गई। घटना में छात्र केतन (16) पुत्र हुकुम सिंह निवासी मायाकुंड ऋषिकेश मलबे के नीचे पूरी तरह दब गया। वहीं इसी रास्ते से होकर गुजर रही स्नेह लता अग्रवाल (66) पत्नी सतपाल गुप्ता निवासी पुष्कर मंदिर मार्ग और कृपाल सिंह (56 वर्ष) पुत्र चेतराम निवासी शांति नगर ऋषिकेश भी इसकी चपेट में आकर घायल हो गए। तीनों को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने छात्र केतन को मृत घोषित कर दिया।

केतन श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में 11वीं का छात्र था। घटना के वक्त वह ट्यूशन पढ़ने जा रहा था। सूचना पाकर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह मौके पर पहुंचे। पुलिस की मदद से घटनास्थल के आसपास के रास्ते बंद करा दिया गया। नगर निगम की महापौर अनीता ममगाई भी घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने नगर निगम से जेसीबी बुलाकर सड़क की ओर झुकी दीवार का करीब 30 मीटर लंबा हिस्सा गिरवा दिया। घटना की जानकारी होने पर जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत ने भी पहुंचकर मौके का जायजा लिया। देर शाम जिलाधिकारी देहरादून सी रविशंकर ने मामले में मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं।

घटना से उजागर हुई विभाग की लापरवाही 

राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय की दीवार गिरने से विद्यालय प्रशासन व शिक्षा विभाग की लापरवाही खुलकर सामने आ गई। करीब 64 वर्ष पुराने इस भवन की दीवार को लेकर स्थानीय व्यापारी और नागरिक कई बार विद्यालय प्रधानाचार्य भीष्म सिंह राजपूत से मिले थे। स्थानीय व्यापारी राकेश नायर ने बताया कि एक दिन पूर्व मंगलवार को भी उन्होंने इसकी शिकायत प्रधानाचार्य से की थी।

उस समय उन्होंने बजट ना होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया था। देर रात जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने क्षतिग्रस्त दीवार और भवन की हालत देखने के बाद कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। कोतवाली गेट प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि इस मामले में जो भी दोषी अधिकारी होगा उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज होगा।

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