उत्तराखण्ड

लॉकडाउन से गरीब-बेसहारा लोगों को परेशानी हो रही, ऐसे लोगों को नगर निगम व पुलिस राहत देने में जुटी हुई है

लॉकडाउन जहां कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए एक बेहतर तरीका है। इससे बेसहारा लोगों को परेशानी भी हो रही है। ऐसे लोगों की नगर निगम व पुलिस राहत देने में जुटी हुई है।

निगम अधिकारियों के साथ महापौर अनीता ममगाईं ने निगम कार्यालय में जरूरतमंद लोगों को राहत सामग्री के रूप में पांच किलो आटा और पांच किलो चावल बांटा। साथ ही शहर में विभिन्न स्थानों पर दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हो गए विभिन्न बस्तियों में करीब साढ़े पांच सौ लोगों को बेहद सुव्यवस्थित तरीके भोजन बंटवाया गया।

बेसहारा लोगों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए नगर निगम महापौर ने उनकी हर संभव मदद का जज्बा दिखाया है। मुख्य नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने बताया यह अभियान वृहद स्तर पर शुरू हो गया है जोकि आगे भी लगातार जारी रहेगा। उन्होंने आह्वान किया कि सक्षम लोग गरीबों की मदद के लिए प्रशासन की और से चलाए जा रहे अभियान में हर संभव सहयोग करें।

गैस व राशन के लिए लगी लाइन 

लॉकडाउन में गैस एजेंसियों को होम डिलीवरी के सख्त आदेश दिए गए हैं। मगर, इसके बाद भी लोगों को घर पर रसोई गैस नहीं मिल पा रही है। आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए निर्धारित की गई छूट सीमा में बड़ी संख्या में लोग रसोई गैस लेने के लिए गैस एजेंसियों में भी पहुंच रहे हैं। गैस एजेंसी में गैस के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। वहीं राशन की दुकानों पर भी उपभोक्ताओं की लंबी लाइन लगी रही। शुक्रवार को बारिश के दौरान भी लोग राशन लेने के लिए दुकानों के बाहर खड़े दिखे।

बारिश के कारण कम रही भीड़ 

डोईवाला क्षेत्र में बारिश के कारण सरकार द्वारा तीन घंटे की अतिरिक्त छूट के बावजूद भी बाजारों में फल व सब्जी की दुकानों में गुरुवार की अपेक्षा कम भीड़ दिखाई दी। जो लोग भी बाजारों में खरीदारी करने आए थे। वह अनुशासन में खरीदारी करते दिखाई दिए।

इस दौरान प्रशिक्षु आइएएस प्रभारी तहसीलदार अपूर्वा पांडेय, सीओ राकेश देवली व कोतवाल प्रदीप बिष्ट लोगों को कोरोना वायरस के खतरे से सावधान करते हुए दूरी बनाए रखने का निवेदन करते नजर आए। एक बजे के बाद सड़कों पर पुलिस ने नाकेबंदी कर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया।

जरूरतमंदों तक पहुंचाई खाद्यान्न की मदद 

रानीपोखरी थानाध्यक्ष राकेश शाह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने नदियों के किनारे रहने वाले मजदूरों को खाद्य सामग्री के पैकेट बांटे। आगे भी मदद का आश्वासन दिया। डोईवाला कोतवाल प्रदीप बिष्ट, वरिष्ठ उपनिरीक्षक महावीर सिंह रावत ने पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष डबल सिंह भंडारी के सहयोग से केशवपुरी बस्ती में 21 लोगों को खाद्य सामग्री के पैकेट बांटे। वही सीओ राकेश देवली ने गोपाल रावल व अशोक रावल आदि के द्वारा उपलब्ध कराए गए खाने के 100 पैकेट पैकेट राहगीरों को भी बांटे। रानीपोखरी में सतीश सेमवाल, नरेश उनियाल आदि ने भी लोगों को पैकेट बांटे।

पुलिस होम डिलीवरी को तैयार

शासन प्रशासन के निर्देश के बाद कोतवाली पुलिस ने लोगों को घरों में आवश्यक सामग्री पहुंचाने के लिए योजना बना ली है। व्यापार सभा भवन को पुलिस ने राहत केंद्र बनाया है। कोतवाली के प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि भोजन के पैकेट कोतवाली परिसर से पुलिस स्वयं अपने हाथों से वितरित करेगी। सामाजिक संस्थाएं इसमें भरपूर सहयोग कर रही हैं। लॉक डाउन के दौरान वितरण के जरिए कोई सोशल डिस्टेंस को समाप्त ना करें इसलिए पुलिस ने यह व्यवस्था अपने हाथ में ली है।

14 विदेशी नागरिकों को पुलिस ने भेजा दिल्ली

वैश्विक महामारी घोषित कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विदेशी पर्यटकों को यहां से दिल्ली भेजने का कार्य जारी है। मुनिकीरेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में ठहरे 14 विदेशी नागरिकों को दूतावास के जरिए दिल्ली भेजा गया।

पिछले चार दिनों से ऋषिकेश और समीपवर्ती क्षेत्र तपोवन मुनिकीरेती लक्ष्मणझूला में ठहरे विदेशी पर्यटकों को उनके दूतावास के जरिए दिल्ली पहुंचाया जा रहा है। गुरुवार को 41 पर्यटक दिल्ली भेजे गए थे। दूतावास के द्वारा जारी प्रपत्र के आधार पर 14 विदेशी पर्यटकों को यहां से भेजा गया है।

जानकारी के मुताबिक तपोवन के एक टूर एंड ट्रेवल्स के यहां से मिनी बस बुक करा कर इसमें इन पर्यटकों को भेजा गया। जिनमें 12 जापानी और दो अमेरिकन नागरिक हैं। यहां से रवानगी के बाद इन्हें दिल्ली सीमा पर पुलिस के द्वारा रोका गया। इनके द्वारा सभी प्रपत्र दिखाए जाने के बाद इन सभी विदेशियों को उनके दूतावास पहुंचाया गया। लक्ष्मण झूला के थानाध्यक्ष आरएस कठैत ने बताया कि क्षेत्र से पांच विदेशी पर्यटक भेजे गए हैं। शेष अन्य क्षेत्र के हैं।

गुजरात को रोडवेज ने नौ बसें भेजीं 

हरिद्वार के सिडकुल क्षेत्र से गुजरात के करीब डेढ़ हजार लोगों को घर पहुंचाने के लिए ऋषिकेश रोडवेज डिपो से भी नौ बसें भेजी गई। परिवहन निगम के एजीएम पीके भारती ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अन्य प्रांतों के श्रमिकों और कर्मचारियों को उनके प्रदेश तक पहुंचाने के लिए बसें उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए थे। हरिद्वार सिडकुल में काम करने वाले गुजरात के पंद्रह सौ श्रमिकों को गुजरात भेजा जाना था। ऋषिकेश डिपो से तीन वोल्वो और छह सामान्य बसें हरिद्वार के लिए रवाना की गई।

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