उत्तराखण्ड

कंट्रोल रूम में दर्ज पेयजल शिकायतों का तत्काल निस्तारण करें

जिन क्षेत्रों में पेयजल की अधिक समस्या बनी रहती है वहां टैंकरों के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था करें

पौड़ी। ग्रीष्मकाल में पेयजल की समस्या व जल जीवन मिशन कार्यों की बैठक प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या अधिक बनी रहती है उन क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।

आयोजित बैठक में प्रभारी जिलाधिकारी ने जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विगत वर्ष हुई बैठक की अनुपालन आख्या दो दिन के भीतर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। उन्होंने ग्रीष्मकाल में संभावित पेयजल किल्लत क्षेत्रों में चिन्हित 289 गांवों में विभागों की ओर से समस्या के निराकरण के लिए अब तक की गई कार्यवाही की रिपोर्ट तलब की। बैठक में जल संस्थान व पेयजल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 289 गांवों में से 264 गांव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत पेयजल सुचारू कर दिया गया है। जबकि 04 गांवों में अन्य विभागीय योजनाओं से जलापूर्ति सुनिश्चित की गई है। वहीं 19 गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत पेयजल लाइन का कार्य चल रहा है। फिलहाल उक्त गांवों में पुरानी पेयजल योजना से पानी दिया जा रहा है।

प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि चिन्हित गांवों में पेयजल की समस्या सामने आती है तो उन गांवों में टैंकरों के माध्यम से ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि जिन गांवों में पेयजल संबंधित शिकायत आती है तत्काल वहां समस्या का समाधान किया जाए। प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि जिन डिवीजनों के पास जलापूर्ति के लिए टैंकरों की कमी है, वहां संबंधित अधिकारी निजी टैंकरों को समय पर अनुबंधित करें। उन्होंने कहा कि पेयजल किल्लत की शिकायतों के निस्तारण के लिए स्थापित कंट्रोल रूम में जो भी शिकायतें दर्ज हैं, उन पर प्राथमिकता के आधार पर तत्काल कार्यवाही करें। उन्होंने समस्त खंड विकास अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि अपने स्तर पर भी पेयजल किल्लत वाले क्षेत्रों की जानकारी देते रहे, ताकि संबंधित विभाग समस्या का समाधान की कार्यवाही कर सकें।

प्रभारी जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्य प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो कार्य गतिमान हैं, उनका कार्य तेजी से पूर्ण करना सुनिश्चित करें। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने बताया कि 2575 में से 2541 योजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 34 कार्य गतिमान हैं। इसके अलावा सभी 110723 पेयजल कनेक्शनों का कार्य पूरा हो गया है।

बैठक में अधीक्षण अभियंता जल निगम मो. मीशम, एसडीओ वन आयशा बिष्ट, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एस.के. रॉय, पी.डी. स्वजल दीपक रावत, अधिशासी अभियंता जल निगम रवि दत्त सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button