मथुरा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे का आज दूसरा दिन है। उन्होंने दूसरे दिन की शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के साथ की। सीएम योगी सुबह-सुबह ही श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर पहुंच गए। उन्होंने जन्मभूमि स्थित भागवत भवन में विधि-विधान से पूजा अर्चना की। श्रीराधाकृष्ण के विग्रह की आरती उतारी। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को देर शाम मथुरा पहुंचे थे। चंडीगढ़ से आगरा पहुंचने में हुई देरी के कारण उनका मथुरा आगमन भी करीब ढाई घंटे देरी से हुआ। बारिश के कारण महारास कार्यक्रम स्थगित होने पर उन्हें सीधे रात्रि विश्राम के लिए यूपी वेटरनेरी विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस ले जाया गया। बुधवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी ने वेटरनरी विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस परिसर में आम का पौधा लगाया। इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लिए रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री योगी श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर दर्शन करने के बाद गांव अजहाई खुर्द स्थित भक्ति वेदांत गुरुकुल इस्कॉन एवं इंटरनेशनल स्कूल परिसर में स्थापित कृष्ण बलराम मंदिर और गो डेयरी प्लांट का उद्घाटन करेंगे। भक्ति वेदांत गुरुकुल में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन ने पुख्ता तैयारियां की हैं। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
डीएम पुलकित खरे ने बताया कि बुधवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भक्ति वेदांत गुरुकुल इस्कॉन एवं इंटरनेशनल स्कूल परिसर में स्थापित कृष्ण बलराम मंदिर और गो डेयरी प्लांट का उद्घाटन करेंगे। वह यहां श्रद्धालुओं और छात्रों को संबोधित भी करेंगे। मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए सभी ड्यूटी स्थलों को जांचा गया है। प्रत्येक स्थान पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
मंगलवार शाम को सांसद हेमा मालिनी के महारास का आयोजन तय था। इसमें शिरकत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मथुरा आए लेकिन शाम छह बजे के बाद अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ गया। आसमान में बिजली चमकने लगी और बारिश होने लगी। बारिश के कारण महारास का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। यह कार्यक्रम अब आज शाम को जवाहर बाग में होगा।
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित था। बुधवार को गो डेयरी प्लांट का उद्घाटन करने के बाद उन्हें वापस लौटना है। अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि बुधवार शाम को होने वाले महारास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल होंगे या नहीं। कार्यक्रम की रूपरेखा सीएम के मुताबिक ही तय की गई थी और उसकी व्यवस्थाएं बड़े स्तर पर हुई थी। लेकिन बारिश ने सारी व्यवस्थाओं पर पानी फेर दिया।