महाराष्ट्र के चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद काफी उठापटक देखने को मिल रही है। अब समाजवादी पार्टी ने विपक्षी गठबंधन महाविकासअघाड़ी से अलग होने का फैसला किया है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबु आजमी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने हिंदुत्व का एजेंडा अपना लिया है। ऐसे में हमें उनके साथ गठबंधन को लेकर एक बार फिर सोचना होगा।’
सपा प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से यह बयान तब आया है, जब उद्धव ठाकरे के करीबी मिलिंद नार्वेकर ने सोशल मीडिया पर बाबरी विध्वंस से जुड़ा पोस्ट शेयर कर उसका स्वागत किया था। इस पोस्ट में बाल ठाकरे की भी तस्वीर लगी हुई थी।
अबु आजमी ने कहा, ‘महाविकासअघाड़ी के साथ हमारा न तो सीट शेयरिंग और न ही प्रचार के दौरान को-ऑर्डिनेशन रहा। चुनाव में मिली हार के बाद उद्धव ठाकरे ने एक मीटिंग में अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिंदुत्व का एजेंडा आक्रामक तौर पर उठाने को कहा है।’
आजमी ने आगे कहा, ‘6 दिसंबर को शिवसेना (यूबीटी) की तरफ से सोशल मीडिया पर बाबरी विध्वंस के पक्ष में मैसेज शेयर किया गया था। हम ये सहन नहीं कर सकते। इसलिए हमने अपनी पार्टी को महाविकासअघाड़ी से अलग करने का फैसला किया है।’
अबु आजमी ने कहा कि वह इस संबंध में अखिलेश यादव से बात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘शिवसेना (यूबीटी) की तरफ से अखबार में विज्ञापन दिया गया और बाबरी विध्वंस में शामिल लोगों को शुभकामना दी गई। उद्धव के सहयोगी ने भी तस्वीर पोस्ट की।’
आजमी ने कहा कि अगर महाविकासअघाड़ी में भी कोई ऐसी भाषा बोलेगा, तो भाजपा और उनमें क्या फर्क रह जाएगा?