सीएम योगी ने वनटांगियों संग मनाई दिवाली, बच्चों को दिया उपहार
गोरखपुर। वनटांगिया गांव तिनकोनिया नंबर-3 का माहौल रविवार को तड़के से ही उत्सवी था। गीत बज रहे थे, गांव के सभी घर सज रहे थे। नौ बजते-बजते पूरा गांव दीपावली मनाने को तैयार था, बेकरार था। दीपावली मनाने को लेकर यह उत्साह व तेजी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चलते थी, जिन्हें गांव का पहला दीप जलाने के लिए साढ़े 10 बजे तक पहुंचना था। अपना घर सजाने-संवारने के बाद वनटांगिए उस पंडाल की ओर चल पड़े, जो मुख्यमंत्री के दीपावली कार्यक्रम को लेकर सजाया गया था। देखते ही देखते कार्यक्रम के लिए निर्धारित समय से पहले ही पूरा पंडाल भर गया। अब इंतजार था तो योगी के आने का।
जैसे ही योगी के हेलीकाप्टर की आवाज लोगों के कानों तक पहुंची। जय श्रीराम का जयकारा लगने लगा, मंच से लेकर पंडाल तक में योगी का नाम गूंजने लगा। इंतजार तब तक पूरा हुआ, जब तक योगी ने मंच पर पहुंचकर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर लिया। मंच सजते ही संचालक ऋकऋचा पांडेय ने मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए बारी-बारी से पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह और ग्रामीण विधायक विपिन सिंह को आमंत्रित किया। दोनों विधायकों के स्वागत संबोधन के बाद लोकगायक रामदरश ने स्वागत गीत गाकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
स्वागत कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने विभिन्न परियोजनाओं के लाभार्थियों को अपने हाथों से प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने 153 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद फुलझड़ी जल उठी और दीपोत्सव कार्यक्रम का प्रथम चरण सम्पन्न हुआ। दूसरे चरण में मुख्यमंत्री गांव के भ्रमण पर निकले।
हमेशा की तरह मुख्यमंत्री सबसे पहले वनटांगिया रामगणेश के घर पहुंचे, जहां उन्होंने वनटांगियों का पहला दीप जलाया। गांव का भ्रमण करते हुए उन्होंने ग्रामीणों का अभिवादन स्वीकार किया। कुछ लोगों से संवाद भी किया और बच्चों संग ठिठोली भी की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गांव के हिन्दू विद्यापीठ के बच्चों से मुलाकात कर मिठाई व अन्य उपहार दिए।
स्टालों का किया अवलोकन, अन्नप्राशन व गोदभराई की
मंचीय कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर बने विभिन्न विभागों (उद्यान, वन, शिक्षा, ओडीओपी, खादी ग्रामोद्योग, कृषि आदि) की तरफ से लगाए गए स्टाल का अवलोकन किया। कुछ स्टालों पर रुककर उन्होंने वहां मौजूद लोगों से प्रदर्शनी के तौर लगाए गए प्रदर्श की जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने नौनिहालों को दुलार कर उनका अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं को पोषण किट उपहार में देकर गोदभराई की।
बच्चे को गोद में लेकर खूब दुलारा
विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित करने के दौरान जब एक महिला अपने छोटे बच्चे को गोद में लेकर योगी से प्रमाण-पत्र लेने पहुंची तो उनका बाल प्रेम जाग उठा। उन्होंने बच्चे को अपने गोद में ले लिया और उससे बातें करने लगे। खूब दुलारा और आशीर्वाद दिया।
इनकी रही मौजूदगी
महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, पंचायत प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रमेश सिंह, ई. पीके मल्ल, चरगांवा की ब्लाक प्रमुख वंदना सिंह, संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा।
बोले वनटांगिए
- अब तो हम योगी के बिना अपनी दीपावली की कल्पना भी नहीं कर सकते। दीपावली को उन्हें देखने के बाद पर्व को मनाने का क्रम शुरू होता है। -रामकृत
- हम पूरी तरह उपेक्षित थे। चिंता करना तो दूर बाकायदा हमें सताया जाता था। योगी जी ने सम्मान के साथ हमें जीने का आधार प्रदान किया। -सुभावती
- पहले वनटांगियों के हिस्से केवल प्रताड़ना आती थी। जब से योगी बाबा ने हमारी चिंता की, हम सुखी हो गए। परिवार का भविष्य भी सुधर गया। -रेखा देवी
- योगी बाबा ने हमारे अधिकारों के लिए लंबा संघर्ष किया। जैसे ही वह मुख्यमंत्री बने हमारी तो किस्मत ही खुल गई। योजनाओं का लाभ पाकर हम सुखी हो गए।