कोरोना वायरस के चलते जिम और इंस्टीट्यूट्स जैसे कई संस्थान के लोग परेशान
कोरोना वायरस के चलते देश में लॉक डाउन का कदम उठाना पड़ा। जिसके कारण कई संस्थान पूर्ण रूप से बंद कर दिए गए ।जिसमें मॉल, रेस्टोरेंट ,जिम ,इसीट्यूट्स आदि जैसे कई संस्थान बंद कर दिए थे थे। लोक डाउन के अनलॉक होने पर इनमें से कुछ को भारत सरकार की कोरोना वायरस से संबंधित गाइड लाइन के अनुसार खोलने के आदेश दे दिए गए।लेकिन मॉल और रेस्टोरेंट्स खुलने के बावजूद आम पब्लिक के लोग अभी जाना पसंद नहीं कर रहे हैं।अधिकतर लोग को कोरोना वायरस से घबराए हुए हैं। इसलिए पेरेंट्स भी अपने बच्चों को को भेजना नहीं चाह रहे हैं। इसमें अभी भी कुछ संस्थानों को खोलने के आदेश नहीं दिए गए है। सूत्रों के मुताबिक 31 जुलाई से जिम खुलने वाले हैं।आयरन कैसल जिम के मालिक दिनकर पांडे ने बताया कि लोक डाउन के कारण या कहे कोरोना वायरस के कारण कई लोगों के व्यवसाय बिल्कुल बंद हो गए हैं। बहुत सारे जिम ओनर भी परेशान है। इसके चलते जिम बंद पड़े हैं ।और वह लोग बेरोजगारी के कगार पर हैं।यदि सरकार जिम खोलने का आदेश देती है।जिम मेंआने वाले व्यक्तियों की एक्सरसाइज के कारण इम्यूनिटी बढ़ती है। जिससे वह लोग कोरोना वायरस से लड़ सकते हैं । उनका कहना है कि कोरोना वायरस से संबंधित क सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाएगा
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उधर धर्मपुर में कंप्यूटर इंस्टिट्यूट चलाने वाले धनंजय चौहान बताते हैं कि कोरोना वायरस के कारण लोक डाउन के चलते उन्हें अपना Institute बंद करना पड़ा वह बेरोजगारी के कगार पर है। पिछले चार-पांच महीने से उनका व्यवसाय बिल्कुल बंद है। बेरोजगारी के हालात पैदा हुए हैं घर खर्च भी मुश्किल हो रहा है
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देहरादून आईएसबीटी के पास मॉल के ओपन एरिया में श्री साईं फूड रेस्टोरेंट चलाने वाले आशुतोष डागा के मुताबिक वह पिछले चार-पांच महीने से रेस्टोरेंट बंद होने के बाद बेरोजगारी की हालत हो गई है ।आने वाले समय में घर पर चलाना भी मुश्किल हो जाएगा । आज के समय में दूसरा काम शुरू करना भी एक बड़ा चैलेंज है । ऐसे ही ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट के पास रेस्टोरेंट्स चलाने वाले तेजेंद्र चौधरी को भी अपना रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा ।और पिछले कई महीने से बेरोजगारी की स्थिति में बैठे हुए हैं ।सरकार। को मध्यवर्गीय व्यक्तियों और छोटे व्यापार करने वाले लोगों के बारे में सोचना पड़ेगा ।इनके लिए भी कुछ योजना बनानी होगी ताकि लोग बेरोजगार ना हो पाए ।